सौभाग्यशाली

नीलांजना एक मिडिल क्लास लड़की थी, जिसकी शादी एक मिडिल क्लास फैमिली में ही आदर्श से हुई थी। उन दोनों की शादी को 3 साल पूरे हो चुके थे और सभी को नीलांजना से खुशखबरी का इंतज़ार था । उसके पति आदर्श और पूरा परिवार बेहद खुश था, जब उन लोगों को नीलांजना के प्रेग्नेंट होने की बात पता चली थी।

   कुछ साल पहले किरण खेर जी की एक लाइन सुनी थी, "बेटों की मां का भी एक अलग दुख होता है। इसे क्या पहनाउ? ले दे कर वही चार रंग! बेटी होती तो यू सजाती, यू सँवारती!"  वास्तव में बेटों की मां होना भी एक अ