Chapter 69
humsafar 69
Chapter
69
शाम को जब सारांश की नींद खुली तो अपने बगल मे सोई अवनि के चेहरे पर उसकी नज़र ठहर गयी। उसने प्यार से अवनि के चेहरे को छुआ और झुक कर उसे चूम लिया। अवनि नींद मे भी उसका नाम लेकर मुस्कुराने लगी। उसे इतनी गहरी नींद मे भी अपना नाम लेते देख सारांश भी मुस्कुरा उठा फिर कुछ याद आने पर उसने अवनि को अच्छे चादर ओढाया और खिड़की पर आकर किसी को कॉल किया।
"हैलो! एक लड़के बारे मे जानना है। कहाँ रहता है, क्या करता है, मुझे उसकी पूरी डिटेल चाहिए वो भी बिना उसकी जानकारी के। ध्यान रहे वो एक साइको है, किसी को कोई नुक्सान ना हो।" सारांश ने किसी को कहा और लक्ष्य के बारे मे जो कुछ भी श्रेया ने बताया था उसे भेज दिया।
अवनि ने आधी नींद मे अपने बगल मे सोये सारांश को छूने की कोशिश की लेकिन उसके हाथ कुछ नही लगा। उसने जब आँख खोल कर कमरे मे देख तो सारांश को खिड़की पर अपने फोन से लगा पाया। उसने सारांश की शर्ट पहनी और दबे पाँव जा कर पीछे से हग कर लिया।
"यहाँ इस तरह बिना शर्ट के क्यों खड़े है? किसी लड़की ने अगर आपको ऐसे देख लिया तो मेरा क्या होगा?" अवनि ने शिकायत करते हुए कहा।
"मुझे ऐसे देखने का हक सिर्फ तुम्हें है मिसेज अवनि सारांश मित्तल!" सारांश ने उसे अपनी ओर खीच कर कहा। अपना पूरा नाम सुनकर अवनि को बहुत अच्छा लगा। अपने नाम के साथ सारांश का नाम सुन अवनि के दिल मे जैसे हज़ारों लड्डू एक साथ फूट पड़े हो। उसे तो अभी भी अपनी किस्मत पर यकीन नही होता था।
अवनि ने सारांश के गले मे बाहें डालकर कहा, "भूख लग रही है! कुछ खाने को मिलेगा या आपको ही....." कहकर उसने उसके गाल पर अपने दाँत से काट लिया। सारांश ने छूटने की कोशिश नही की और उसे उसकी मन मर्ज़ी करने दिया फिर कुछ देर बाद उसने उसे कमर से पकड़ा और उठाकर कीचन मे ले गया।
वहीं दूर कहीं किसी सड़क किनारे गाड़ी मे बैठ लक्ष्य अवनि की हर हरकत पर नज़र रखे हुए था। उसका यूँ किसी और के करीब आता देख लक्ष्य के जबड़े भीच गए लेकिन होंठो पर एक शैतानी मुस्कुराहट आ गयी। लक्ष्य अच्छे से जानता था की अवनि श्रेया से मिलने जरूर आयेगी, इसीलिए वाल उसके घर के बाहर ही इंतज़ार कर रहा था। अवनि के आने से उसके जाने और फार्म 1पहुँचने तक उसका पीछा करता रहा।
"कितनी खुश लग रही हो न! बहुत खुश! अपने पति के साथ रह कर कुछ ही दिनों मे मुझे ही भूल गयी। लेकिन ज्यादा दिनों तक नही रहेगी तुम्हारी ये खुशी। बहुत जल्द मै वापस आने वाला हु...... तुम्हारी लाइफ को हेल बनाने के लिए। आई विल मेक योर लाइफ हेल डार्लिंग! तब तक जितना मुस्कुराना हो मुस्कुरा लो, उसके बाद तो सिर्फ रोना ही लिखा है तुम्हारी किस्मत मे। तो जब तक मै तुम्हें और तुम्हारे पति को बर्बाद नही कर देता, तुम दोनो जी लो अपनी जिंदगी!!!" कहते हुए लक्ष्य जोर से हँस पड़ा।
सारांश ने जब तक खाना गर्म किया तबतक अवनि वही किचन के स्लेब पर बैठी उसे निहारती रही। सारांश ने खाना टेबल पर लगाया और अवनि को आवाज़ दी लेकिन अवनि नही आई। उसने जब किचन मे जाकर देखा तो अवनि किसी बच्चे की तरह अपनी बाहें फैला दी और उसे उठाने को इशारा किया। सारांश ने उसे गोद मे उठाया और डाइनिंग टेबल की कुर्सी पर बैठा दिया लेकिन अवनि पर से अभी भी खुमारी उतरी नही थी।
"तुम्हें डर नही लगता की यहाँ कोई आ जायेगा?" सारांश ने पूछा।
"अगर ऐसा होता तो ये खना फ्रिज मे नही रखा होता। यहाँ के जो केयरटेकर है वो इस वक़्त हमारे लिए गरमागरम खाना बना रहे होते।" अवनि ने अपने ग्लास पर उंगली घुमा कर कहा तो सारांश मुस्कुरा दिया।
"एक काम करते है, हम यहीं पर शिफ्ट हो जाते है। यहाँ कोई हमें डिस्टर्ब नही करेगा।" सारांश ने कहा तो अवनि मुस्कुरा दी और एक चाकू निकाल कर उसको धमकाते हुए बोली, "ताकि आप मुझे परेशान कर सके?"
अवनि का ये रूप देख सारांश ने कहा, "नही! बिलकुल भी नही। मै तो यहाँ तुम्हें अच्छा खाना बनाना सिखाना चाहता हु ताकि मुझे कुछ बनाने की जरूरत ना पड़े।"
इससे पहले अवनि कुछ कहती, सारांश का फोन बजा। कॉल उसी आदमी का था जिसे सारांश ने लक्ष्य के बारे मे पता लगाने को बोला था। सारांश उठ कर साइड मे गया और कॉल रिसीव किया। अवनि ने उसे जाते देखा लेकिन उसके काम मे दखल देना अवनि को अच्छा नही लगता था इसीलिए कुछ नही कहा।
कुछ देर बात करने के बाद उसे लक्ष्य के बारे मे कुछ इंफोर्मेंसन मिला उसे देख कर सारांश को कुछ अजीब से लगा लेकिन किसी भी निष्कर्ष तक पहुँचने से पहले उसका श्रेया से कम्फर्म होना जरूरी था। सारांश जल्दी से जल्दी इस मैटर को सॉल्व करना चाहता था ताकि अवनि पर कोई आंच ना आये। उसने अवनि को घर छोड़ने का फैसला किया और अवनि से तैयार होने को कहा।
"कुछ अर्जेंट है क्या सारांश!!!" अवनि ने घबरा कर पूछा।
अवनि को यूँ घबराया देख सारांश एक पल को ठिठका और नॉर्मल होकर मुस्कुराते हुए बोला, "अरे कुछ नही! वो बस ऑफिस का काम है इसीलिए। अब तुम्हें यहाँ अकेले तो नही छोड़ सकता न!"
"और अभी अभी यहाँ अकेले शिफ्ट होने की बात कौन कर रहा था?" अवनि ने भी दोनो हाथ फोल्ड कर कहा तो सारांश ने अपना सिर खुजाते हुए मुस्कुरा दिया। अवनि कमरे मे गयी और दोनो तैयार हो कर घर के लिए निकल गए। घर पहुँचते ही सारांश ने अवनि को अंदर जाने को कहा।
"मै थोड़ी ही देर मे आ जाऊँगा, अगर देर हो गयी तो तुम परेशान मत होना और इंतज़ार मत करना, खाना खा कर सो जाना।" सारांश ने कहा तो अवनि ने हाँ मे सिर हिला दिया और अंदर चली गयी। उसके जाने के बाद सारांश भी वहाँ से निकल गया और श्रेया के घर पहुँचा । मानव उस वक़्त कहीं बाहर गया था और श्रेया उसके बिना जाना नही चाहती थी।कुछ देर बाद ही मानव आया फिर उन दोनो को लेकर ऑफिस के लिए निकल गया।
ऑफिस पहुँच कर सारांश श्रेया और मानव को अपने केबिन मे ले गया जहाँ से पूरा ऑफिस नज़र आता था लेकिन उन्हें कोई नही देख सकता था। सारांश ने अपनी कुर्सी पर बैठते ही अपने लैपटॉप खोल कर कुछ काम किया और लैपटॉप श्रेया के सामने कर बोला, "ये सारे डिटेल देखो और बताओ की इनमे से कौन सी बाते उस लक्ष्य से मिलती है!!!"
श्रेया ने उस डिटेल को देखा और उसे कुछ भी गलत नही लगा लेकिन जब उसके डिसक्रिपसन पर ध्यान दिया तो चौक गयी। "नही! लक्ष्य की हाइट इतनी कम नही है! वो तो काफी लंबा चौडा है, आपकी ही तरह। उसने अपने एक हाथ से मुझे गर्दन पकड़ कर हवा मे उठा दिया था। और तो और वो हमारे से दो साल सीनियर था ये तो चार साल सीनियर है। हो सकता है की अवनि के पीछे फिर से क्लास जॉइन किया हो!"
"अगर ऐसा होता तो वो अवनि के क्लास मे भी तो बैठ सकता था फिर सीनियर बनाने का क्यों सोचा!!! मुझे ये लड़का कोई बड़ा झोल लगता है। कुछ तो गड़बड़ जरूर है इसके आइडेंटीटी मे लेकिन उससे पहले हमें उससे मिलना होगा।" सारांश ने कहा।
श्रेया अचानक से सारांश का चेहरा देखने लगी, "आप तो बिलकुल अवनि की तरह बात करने लगे। एक ओर अवनि है जो आपकी तरह बात करने लगी है और आप अवनि की तरह। सही है बॉस.....! दोनो मियाँ बीवी एक दूसरे के रंग मे रंग गए है।"
"इतने सीरियस मैटर मे भी तुम्हें मजाक सूझ रहा है!!! अभी आता ही होगा वो।" सारांश ने कहा तभी उसका फोन बजा। कॉल के दूसरे तरफ से लक्ष्य के आने की बात कहि गयी। सारांश ने उसे ऊपर भेजने को कहा ताकि श्रेया उसे पहचान सके। उसका असिस्टेंट नितिन उस लड़के लक्ष्य को लेकर ऊपर आया और उसे सारांश के केबिन के ठीक बाहर बैठा दिया। श्रेया ने जब उस लड़के को देखा तो हैरान रह गयी। "ये वो नही है!!!! ये वो लक्ष्य नही है।"