Chapter 4
humsafar 4
Chapter
4 अवनि कार्तिक के ऑफिस पहुँची। वहाँ पहुँचते ही केबिन के बाहर कार्तिक की असिस्टेंट मिसेज वर्मा मिल गयी। उन्होंने अवनि के आने के बारे मे कार्तिक को बताया और उसे अंदर भेज दिया। अंदर जाते ही उसकी नज़र साइड मे सोफे पर बैठे कार्तिक पर गयी। उसे देख अवनि खुशी से चहकते हुए बोली, "हैलो जीजू!!!!"
"हैलो मेरी प्यारी एकलौती साली साहिबा!!!" कार्तिक ने साइड हग करते हुए कहा "आओ बैठो ।" अवनि कार्तिक के साथ ही सोफे पर बैठ गयी। "अब बोलो क्या लोगी चाय कॉफि!!!" कार्तिक ने पूछा।
"नही नही जीजू!! रहने दीजिये मुझे कुछ नही चाहिए। मुझे बस आपसे बात करनी थी इसीलिए......" अवनि ने कहा।
"हाँ हाँ बताओ क्या अर्जेंट बात करनी थी तुम्हे, सब ठीक तो है न अवु??" कार्तिक को चिंता हो रही थी।
"वो क्या है न जीजू....... दो हफ्ते मे शादी है और मुझे समझ नही आ रहा की मै दिदु को गिफ्ट मे क्या दू!!!" अवनि ने बहाना बनाया।
"बस इतनी सी बात!!! इसमे इतना सोचने वाली क्या बात है,तुम्हे तो अपनी बहन की पसंद नापसंद सब पता ही है।" कार्तिक ने अवनि के सर पर हल्के से मारा और हँस दिया।
"बात वो नही है जीजू.... बात है मेरे सेल्फ रिस्पेक्ट की"
"मतलब??? " कार्तिक हैरानी से उसे देखने लगा।
"मतलब ये जीजू की मुझे अपने पैसों से उन्हे गिफ्ट देना है।" अवनि ने धीरे से कहा।
"ह्म्म्म...... मतलब तुम्हे जॉब चाहिए, राइट!!! " कार्तिक ने अंदाजा लगाया।
"यस जीजू" अवनि ने सर झुका कर धीमे से कहा।
कार्तिक ने कुछ देर सोचा और कहा, "मै तुम्हारा क्वालीफिकेसन जनता हु।मेरा बस चलता तो मै तुम्हे अपनी असिस्टेंट बनने को कहता लेकिन उसके लिए मिसेज वर्मा है। मेरे यहाँ रीसेप्शनिस् की पोस्ट अभी फिल्हाल खाली है। आज ही मिसेज वर्मा से एड देने को कहा था मैंने। अगर तुम चाहो तो जॉइन कर सकती हो।" कार्तिक ने कहा।
"बिल्कुल जीजू!!! नेकी और पूछ पूछ!! आप बोलिये कब जॉइन करना है और सैलरी कितनी होगी?? " अवनि खुशी उछलते हुए बोली।
"नॉट बैड!!! तुम चाहो तो कल से ही जॉइन कर सकती हो और सैलरी....... सैलरी मै तुम्हे पच्चीस.......... "
"चालीस हजार!!!!!! " केबिन के दूसरे कोने से आवाज आई। अवनि ने चौँक कर देखा तो पाया कार्तिक के केबिन मे उसकी टेबल पर पैर टिकाए एक शख्स कुर्सी पर बैठा लैपटॉप पर कुछ काम कर रहा था।
" सारांश......." कार्तिक ने हैरानी से उसकी ओर देखा देखा "चालीस हजार!!! "
"कम है!!!! ठीक है पचास हजार..... आई थिंक इतना काफी होगा आप के लिए मिस्........ " सारांश ने लैपटॉप पर ही नज़रे गड़ाये कहा।
"अवनि! अवनि नाम है इसका" कार्तिक ने कहा और पाया की अवनि कंफ्यूज होकर उसे ही देखे जा रही है तो कार्तिक ने परिचय करवाया, "सारांश ये अवनि है मेरी होने वाली इकलौती साली!!!!! और अवनि ये सारांश है मेरा दोस्त मेरा पार्टनर मेरा भाई मेरा गॉडफादर...... जो भी तुम समझ लो "
"हैलो" अवनि ने मुस्कुरा कर अभिवादन किया।
"तो मिस् अवनि, अपने क्या सोचा मेरे ऑफर के बारे मे? क्या मै आपकी तरफ से हाँ समझू? " सारांश की नज़रे अभी भी लैपटॉप पर ही थी।
"एक मिनट एक मिनट!!!! कैसा ऑफर किसका ऑफर, कुछ बताओगे भी!!! " कार्तिक की समझ मे कुछ नही आ रहा था।
"मेरी असिस्टेंट के जॉब का ऑफर। " सारांश ने बेफिक्र होकर कहा।
"लेकिन नितिन का क्या? क्या उसे जॉब से निकाल रहे हो? पर वो तो तुम्हारे कंपनी का बेस्ट इंप्लॉय है!!! "
"बेस्ट है तभी तो अपनी सारी जिम्मेदारी उसे दे रहा हु।" सारांश ने कहा।
" तो फिर किस लिए तुम अवनि को अपनी असिस्टेंट बनाना चाहते हो? " कार्तिक ने फिर सवाल किया।
" एक मिनट मिस्टर सारांश!! दो हफ्ते मे मेरे घर शादी है, और शादी की तैयारियो मे मुझे अपनी फैमली का साथ देना होगा। ऐसे मे मै आपके साथ काम नही कर पाऊँगी।" अवनि ने अपनी बात समझाना चाहा।
"तो क्या यहाँ रिसेप्शन पर बैठ कर शादी की तैयारी कर लेंगी आप मिस् अवनि!!! " सारांश ने टेढ़ी नज़रो से देखते हुए ताना मारा। अवनि स्पिचलेस् हो गयी।
"सारांश प्लीज अपनी बात साफ तरीके से कह तुम कहना क्या चाहते हो!!! " कार्तिक ने सारांश से कहा।
"जैसा की घरवालो का ऑर्डर है, तेरी शादी की पूरी जिम्मेदारी मेरी है, राइट!!!!"
"राइट... "
" तो इसके लिए मुझे अपनी ऑफिस की सारी जिम्मेदारी नितिन को देनी होगी, करेक्ट!!!!!"
"करेक्ट... "
"तो शादी की तैयारी मे मुझे भी तो कोई हेल्प करने वाला चाहिए न। और तुम्हारी साली से बेहतर कोई और हो सकता है क्या??? और मेरे जॉब ऑफर के साथ मिस् अवनि..... आप अपनी बहन की शादी की तैयारिया आराम से कर सकती है उपर से सैलरी मिलेगी सो अलग । मैडम आपके तो दोनो हाथ मे लड्डू है। सोच लीजिये!!! " सारांश ने बिना अवनि की ओर देखे कहा।
"लेकिन मै ही क्यों?? मेरा मतलब आपको तो बहुत सारे अनुभवी लोग मिल जायेंगे।" अवनि को जाने क्यों सारांश पर भरोसा नही हो रहा था। बार बार अवनि को लग रहा था जैसे उसने सारांश को पहले कही देखा है लेकिन सारांश तो एक बार ठीक से उसकी ओर देख भी नही रहा था। मगर उसके इतना कहने की ही देर थी की सारांश ने एक जोर की लात टेबल पर मारी जिससे उस कुर्सी मे लगे छोटे छोटे पहिये घूम गए और सारांश स्लाइड करते हुए अवनि के बिल्कुल पास पहुँच गया।
अवनि सारांश के अचानक इस हरकत से घबरा गयी और अपनी ही जगह पर उछलकर पीछे की ओर झुक गयी। सारांश का चेहरा उसके ठीक सामने था। गेहुआ रंग, गहरी काली आँखे, तीखी नाक, सुर्ख होठ, एक पल को अवनि की आँखे ठहर सी गयी। उसने इतने करीब से कभी किसी शख्स को नही देखा था, शायद लक्ष्य को भी नही। उसकी दिल की धड़कन बढ़ गयी। कार्तिक को भी सारांश की यह हरकत थोड़ी अजीब लगी लेकिन वह मन ही मन कुछ सोच कर मुस्कुरा दिया।
सारांश अवनि की ओर झुका और आँखों मे आँखे डाल कर कहा, "मिस् अवनि अब मुझे आपकी काबिलियत पर शक हो रहा है!!! मुझे लगा था आप बहुत ज्यादा समझदार है तो मुझे ज्यादा कुछ कहने की जरूरत नही पड़ेगी। मै तो सोच रहा था अगर हम दोनो साथ मे काम करेंगे दोनो घर की तैयारिया एक साथ हो जायेंगी और आपके पेरेंट्स को टाइम मिलेगा शादी को एंजॉय करने का। और आपकी फैमिली और उनके पसंद नापसंद आप से बेहतर कोई और नही जान सकता । मै तो दोनो परिवार के बारे मे सोच रहा था मगर आप ही नही चाहती तो....... खैर छोड़ो, मै किसी और को हायर कर लूंगा।" कहकर फिर से उसने अपनी कुर्सी को पुश किया और वापस टेबल के पास अवनि की ओर पीठ करके बैठ गया।
अवनि ने एक बार कार्तिक की ओर देखा और इशारे से पूछा तो कार्तिक ने भी इशारे मे हाँ करने को कहा। "नही नही!!! मुझे मंजूर है, कहिये कब से शुरू करना है?" अवनि हड़बडा कर उठ खड़ी हुई। सारांश के होठो पर हल्की सी मुस्कान मुस्कान तैर गयी जैसे उसकी कोई प्लानिंग कामयाब हुई हो जिसे कार्तिक ने देख लिया। "परफेक्ट!!! " सारांश ने हौले से खुद से कहा ताकि कोई और नही सुन पाए।
क्रमश: